पेड़ की सबसे ऊंची डाली पर लटक रहा नारियल रोज नीचे नदी में पड़े पत्थर पर हंसता और कहता, “तुम्हारी तकदीर में भी बस एक जगह पड़े रह कर, नदी की धारओं के प्रवाह को सहन करना ही लिखा है, देखना एक दिन यूं ही पड़े-पड़े घिस जाओगे। मुझे देखो कैसी शान से उपर बैठा […]
Author: Soni
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