स्वामीजी लगभग चार वर्ष तक विदेश में रहे । वहां उन्होंने लोगों के मन में भारत के बारे में व्याप्त भ्रमों को दूर किया तथा हिन्दू धर्म की विजय पताका सर्वत्र फहरायी । जब वे भारत लौटे, तो उनके स्वागत के लिए रामेश्वरम के पास रामनाड के समुद्र तट पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र […]
Author: Soni
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