युग-युगांतर से देव-दानव-मानव सभी को मातृत्व भाव से वात्सल्य लुटाने वाली मां गंगा घोर कलियुग में अपनी ही संतति से त्रस्त हैं। समस्त प्राणियों के पापों का नाश कर उन्हें पुण्यदान करने वाली भागीरथी आज मुक्ति मांग रही हैं। आत्मा-परमात्मा का मिलन कराकर लोक-परलोक संवारने वाली मोक्षदायिनी आज खुद के लिए “मोक्ष” मांग रहीं हैं। ..और […]